मातृभाषा.कॉम हिन्दी घटकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया एक अंतरताना है, जिसका उद्देश्य हिन्दी के नवोदित और स्थापित सृजनकर्ताओं की रचनाओं को सहेज कर लोगों तक ऑनलाइन उपलब्ध कराना है। वेबसाइट पर इस समय लगभग 2000 से ज़्यादा रचनाकारों की रचनाएँ उपलब्ध हैं जिनमें बढ़ोतरी जारी है। इस वेबसाइट का सबसे विशिष्ट पहलू यह है कि इसमें यह अंकरूपण के साथ-साथ हिन्दी भाषा के विस्तार हेतु भी प्रयासरत है। मातृभाषा.कॉम वेबसाइट को अधिक से अधिक फैलाने के लिए अब नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके डेस्कटॉप और लैपटॉप कम्प्यूटर के साथ-साथ टैबलेट और मोबाइल फ़ोन पर भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके संस्थापक युवा साहित्यकार डॉ.अर्पण जैन ‘अविचल’ है जिनके द्वारा हिन्दी साहित्य जगत से जनता को सुगमता से जोड़ते हुए भाषा के प्रचार -प्रसार के लिए यह प्रकल्प शुरू किया । श्रेष्ठतम तकनीकी की सहायता से हिन्दी भाषा के नवोदित एवं स्थापित रचनाकारों को एक सरल, सुलभ और सर्व स्वीकार्य मंच उपलब्ध करवाने के साथ-साथ यह अंतरताना हिन्दी भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने के लिए भी इंटरनेट पर कार्यरत हैं। लाखों पाठकों और हज़ारों साहित्यकारों की पहली पसंद मातृभाषा.कॉम अपने श्रेष्ठ सम्पादकीय दल एवं तकनीकी योद्धाओं के माध्यम से सक्रियता से हिन्दी भाषा का प्रचार कर रहा हैं।