भारत का पहला वृहद् साहित्यकार कोश, जिसमें भारत के प्रत्येक राज्य के रचनाकारों की जानकारी प्रकाशित है। भारत के प्रत्येक राज्यों में रहने वाले हिन्दीभाषी साहित्यकारों की जानकारी को एक स्थान पर संरक्षित कर प्रकाशित किया जा रहा हैं। इस कोश के प्रकाशन का उद्देश्य है कि भारत के सभी राज्यों के साहित्यकार आपस में जुड़ सकें और साहित्य के प्रचार-प्रसार हेतु एकजुट हो सकें। इसका प्रकाशन संस्मय प्रकाशन के माध्यम से होने जा रहा है, जिसमें लगभग १० हज़ार से अधिक साहित्यकारों की जानकारी उपलब्ध हो सकेगी।
हिन्दी का दायरा बढ़े और राष्ट्रभाषा के अलंकरण से हिंदी सुशोभित हो इस महद् उद्देश्य से हिन्दी साहित्यकारों का एक समुच्चय, साहित्यकारों का एक लिखित संगम ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ के तत्त्वाधान में एक राष्ट्रव्यापी साहित्यकारकोश है, जो निश्चय ही हिन्दी साहित्य की धरोहर होगा।
विदित हो कि भारत में पहली बार अपनी तरह का अनूठा यह साहित्यकार कोश बन रहा है । लगभग ५०० से अधिक पृष्ठों के इस बहुपयोगी कोश के प्रकाशन के लिए देश के विभिन्न राज्यों में कार्यरत लेखक, कवि,साहित्यकारों,कथाकार,रचनाकार,ग़ज़लकार, बाल साहित्यकार, साहित्यिक संस्थान, प्रशिक्षण संस्थानों, आदि के नाम व पते संकलित किए जाने का कार्य तेज गति से चल रहा है। इसी के साथ हिन्दी के दिवंगत साहित्यकारों की जानकारी भी इसमें संलग्न होगी। इस कोश का संपादन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ द्वारा किया जा रहा है।