हिन्दी गौरव अलंकरण
वर्ष 2020 से संस्थान द्वारा हिन्दी गौरव अलंकरण की स्थापना की गई, मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा आमतौर पर भारतीय हिन्दी साहित्यकारों व हिन्दी प्रेमियों सहित हिन्दी भाषा के लिए कार्य करने वाले लोगों को दिया जाने वाला सम्मान है जो हिन्दी के विभिन्न क्षेत्रों जैसे, शिक्षा, साहित्य, प्रचार, हिन्दी भाषा सेवा, हिन्दी पत्रकारिता और सार्वजनिक जीवन आदि में उनके विशिष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया जाता है। यह अलंकरण वर्ष में एक बार ही और दो ही व्यक्ति को दिया जाता है ।
काव्य गौरव अलंकरण
वर्ष 2021 से स्थापित हिन्दी मंचीय कविता में युवा कवियों को दिया जाने वाला गौरवशाली अलंकरण है जो प्रतिवर्ष 5 कवियों को प्रदान किया जाता हैं।
भाषा सारथी सम्मान
मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा वर्ष 2017 से स्थापित से यह सम्मान हिन्दी प्रेमियों सहित हिन्दी भाषा के लिए कार्य करने वाले लोगों को दिया जाने वाला सम्मान है जो हिन्दी के विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, साहित्य, प्रचार, हिन्दी भाषा सेवा और सार्वजनिक जीवन आदि में उनके विशिष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया जाता है। प्रत्येक वह व्यक्ति जो हिन्दी भाषा के सारथी के तौर पर कार्य कर रहा है, जो हिन्दी को अपनी सेवाएँ दे रहा है वह इस सम्मान का अधिकारी है।
मातृभाषा गौरव सम्मान
यह सम्मान मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा अपने आजीवन सदस्यों को दिया जाता है।
संस्मय सम्मान*
प्रतिवर्ष संस्मय प्रकाशन द्वारा साहित्यकारों को दिया जाने वाला सम्मान है। इस सम्मान के अंतर्गत संस्थान रचनाकारों को संस्मय प्रकाशन से निकलने वाले संग्रह या निजी पुस्तकों के प्रकाशन के बाद उनमें से चयनित रचनाकारों की कृतियों के लिए सम्मानित करती है।
अहद प्रकाश स्मृति बाल साहित्यकार व ग़ज़लकार सम्मान
संस्थान के संरक्षक रहे सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार व ग़ज़लकार अहद प्रकाश जी की स्मृति में वर्ष 2021 से यह सम्मान स्थापित है। इसमें प्रतिवर्ष एक बाल साहित्यकार और एक ग़ज़लकार को यह सम्मान दिया जाता है।
वैदिक सम्मान
संस्थान के संरक्षक रहें वरिष्ठ पत्रकार व हिन्दीयोद्धा डॉ वेदप्रताप वैदिक जी की स्मृति में वर्ष 2023 से संस्थान द्वारा यह सम्मान आरम्भ किया जो प्रतिवर्ष एक हिंदीसेवी पत्रकार को दिया जाएगा।
नवगीत रत्न सम्मान
संस्थान द्वारा वर्ष 2019 से नवगीत रत्न अलंकरण की स्थापना की जिसमे प्रतिवर्ष एक नवगीतकार को यह सम्मान दिया जाता है।
विद्या रत्न सम्मान
ऐसे शिक्षक जो विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में हिंदी भाषा का अध्यापन कार्य करवाते है उनमें से चयनित लोगों को प्रतिवर्ष संस्थान द्वारा विद्या रत्न सम्मान दिया जाता है।